तेज़ बहादुर पागल,आदतन अनुसाशन हिन् था – सीमा सुरक्षा बल-उसकी शिकायत में दम नही था - अफसर बच गये जवान प्लम्बर बन गया हो गया मामला सेट्टेल |.....
CISF जवान को मनोरोगी बता दिया गया और कहा गया कि छुट्टी की कोई समस्या नही थी / तनाव नही था - अफसर बच गये.....जवान जेल गया (सवेंदना है साथी जवानो के प्रति) |.....
.जीत सिंह के.रि.पु.बल अभी बालक है तो DG साहब ने साइड मारते हुए बचा लिया और सरकार बच गयी – अगला ट्रान्सफर अब होगा जम्मू में |...
..SSB जवान को केजरीवाल जी के हथियार(मफलर) ने बचा लिया...वरना एक फोटो DG SSB की भी छप जाती वैसे भी SSB गुमनाम फ़ौज है |....
..बच गयी ITBP....बाकी कुछ पता नही...लहर का लहरिया कब हो जाये |ज्यादातर जवान बर्फीले इलाको में विचारे डिब्बावंद राशन खाकर सिकुड रहे है, उन्हे देश में क्या चल रहा है १५ दिन बाद पुराना अखबार पढ कर पता चलेगा।....
भारतीय सेना सर्वोत्तम है उनके जवान लांस नायक श्री यज्ञ प्रताप जी की तो कोर्ट मार्शेल की तयारी है...क्योंकि उन्हें कुत्ते घुमाना , साहब की बीवी के वस्त्र धोने में मज़ा नही आता , बच्चे घुमाना पसंद नही , गाडी धोना अच्छा नही लगता ....और लगना भी नही चाहिए क्योंकि भर्ती हुआ था लड़ने के लिए नाकि कच्छे या गाडी धोने को.... हथियार चलाने के लिए नाकि कुत्ते घुमाने के लिए |....
लेकिन रावत साहब कहते है सहायक प्रथा जरूरी है – रावत साहब बस क्या कहूँ .रिटायर्मेंट तक झेल लेंगे आपको भी ...वैसे भी बहोत नमूने है देश में उच्च पदों पर |
केंद्रीय पुलिस की मांग जायज है मै हमेशा से इस मांग का समर्थन करता आया हूँ और सेवादारी प्रथा खत्म होनी चाहिए....वरना निकाल दो इन सब को सेना से क्योंकि अगर ये लोग पागल है तो क्या हमारी सुरक्षा पागलो के हाथ में है ......
शासन पर शर्म है और कानून पर भी...... इन सब जवानो के साथ कितना बुरा किया जा रहा होगा इनकी वाहिनियों में कोई अंदाजा नही लगा सकता |
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CISF जवान को मनोरोगी बता दिया गया और कहा गया कि छुट्टी की कोई समस्या नही थी / तनाव नही था - अफसर बच गये.....जवान जेल गया (सवेंदना है साथी जवानो के प्रति) |.....
.जीत सिंह के.रि.पु.बल अभी बालक है तो DG साहब ने साइड मारते हुए बचा लिया और सरकार बच गयी – अगला ट्रान्सफर अब होगा जम्मू में |...
..SSB जवान को केजरीवाल जी के हथियार(मफलर) ने बचा लिया...वरना एक फोटो DG SSB की भी छप जाती वैसे भी SSB गुमनाम फ़ौज है |....
..बच गयी ITBP....बाकी कुछ पता नही...लहर का लहरिया कब हो जाये |ज्यादातर जवान बर्फीले इलाको में विचारे डिब्बावंद राशन खाकर सिकुड रहे है, उन्हे देश में क्या चल रहा है १५ दिन बाद पुराना अखबार पढ कर पता चलेगा।....
भारतीय सेना सर्वोत्तम है उनके जवान लांस नायक श्री यज्ञ प्रताप जी की तो कोर्ट मार्शेल की तयारी है...क्योंकि उन्हें कुत्ते घुमाना , साहब की बीवी के वस्त्र धोने में मज़ा नही आता , बच्चे घुमाना पसंद नही , गाडी धोना अच्छा नही लगता ....और लगना भी नही चाहिए क्योंकि भर्ती हुआ था लड़ने के लिए नाकि कच्छे या गाडी धोने को.... हथियार चलाने के लिए नाकि कुत्ते घुमाने के लिए |....
लेकिन रावत साहब कहते है सहायक प्रथा जरूरी है – रावत साहब बस क्या कहूँ .रिटायर्मेंट तक झेल लेंगे आपको भी ...वैसे भी बहोत नमूने है देश में उच्च पदों पर |
केंद्रीय पुलिस की मांग जायज है मै हमेशा से इस मांग का समर्थन करता आया हूँ और सेवादारी प्रथा खत्म होनी चाहिए....वरना निकाल दो इन सब को सेना से क्योंकि अगर ये लोग पागल है तो क्या हमारी सुरक्षा पागलो के हाथ में है ......
शासन पर शर्म है और कानून पर भी...... इन सब जवानो के साथ कितना बुरा किया जा रहा होगा इनकी वाहिनियों में कोई अंदाजा नही लगा सकता |
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