आम आदमी पार्टी को अगले दिल्ली चुनाव के लिए अभी से तैयार होना चाहिए ??
- अजय 03/12/17
आम आदमी पार्टी का उदय एक आंदोलन से हुआ है और पार्टी शुरूआत में जीरो से 28 सीट जीत चुकी है, उसके बाद अगले विधानसभा चुनाव में 28 से 67 सीट जोकि एक एतिहासिक जीत थी लेकिन अब आम आदमी पार्टी कई उठा-पटक से जूझ रही है फिर चाहे, अंदरूनी समस्या हो, केंद्र के अत्याचार हो, या फिर LG से टकराव, बागी नेता, या बीजेपी की घटिया राजनीति |
कुछ सवाल, कुछ मुद्दे, कुछ विषय जिनपर आम आदमी पार्टी को ध्यान देना चाहिए:-
1. दिल्ली में अगले चुनाव में किस नाम पर अब वोट मांगेंगे ??
आम आदमी पार्टी का एजेंडा भ्रष्टाचार के विरोध का था लेकिन ACB छीने जाने के बाद इस क्षेत्र में कोई काम नही हुआ है | दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी आदि में शानदार काम किया है लेकिन इसका प्रचार प्रसार करने में अभी आम आदमी पार्टी सफल नही हुई है |
आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार को कुछ ऐसा काम करना पड़ेगा जिससे की एक अलग प्रभाव दिल्ली में झलके जैसा कि 49 दिनों के बाद था |
2. आम आदमी पार्टी में संगठन की कमी ??
वास्तविकता में आम आदमी पार्टी का संगठन दिल्ली में अब उतना सकिर्य नही है जितना की पहले था, पहले दिल्ली में चुनाव के दौरान पार्टी के निस्वार्थ कार्यकर्ता ही आप की शक्ति थे जिसमे से अधिकांश को पार्टी के सदस्य तक नही थे | आम आदमी पार्टी को चाहिए कि वो विधायकों के सहारे ना बैठे बल्कि हर विधानसभा से अपने संगठन और बूथ को मजबूत करें |
3. विधायकों में नाराजगी, बागीपन ?
आम आदमी पार्टी के कई विधायक पार्टी से नाराज चल रहे है चाहे फिर उनके निजी कारण हो या फिर पार्टी से अलगाव लेकिन आम आदमी पार्टी को चाहिए की उनके उपर अपना स्टैंड साफ़ करें | जिस विधानसभा से विधायक यदि पार्टी विरोधी हो चूका है तो फिर वहां अपना संगठन पर ध्यान दें |
4. आम आदमी को सह-संयोजक की जरूरत है ?
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री भी है जिसके चलते वह पार्टी को ज्यादा समय नही दे पाते, जब वहन पार्टी पर ध्यान देने की कोशिश करते है तो विपक्षी उनपर आरोप लगाते है की वहन दिल्ली सरकार पर ध्यान नही दे रहे | अतः आम आदमी पार्टी को अपने नेताओ में से किसी वरिष्ठ नेता को सह-संयोजक बनाना चाहिए जोकि पार्टी पर पूर्ण रूप से ध्यान दे सके |
5. पार्टी में नैतिकता को दोबारा लाना पड़ेगा ?
योगेन्द्र यादव के जाने के बाद आरोप लगते रहे है पार्टी में नैतिकता का स्तर जा चूका है, पार्टी माने या ना माने लेकिन पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की कमी हो गयी है , पार्टी को इस मसले पर सोचना पड़ेगा और लोकपाल पद दोबारा बनाना पड़ेगा |
6. पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओ, समर्थको, सदस्यों की शिकायत समस्या निवारण के लिए काम ?
आम आदमी पार्टी को चाहिए कि वो अपनी वेबसाइट के माध्यम से कार्यकर्ताओं की समस्या सुने और उनका समाधान करे, ये अपने आप में एक अनूठा तरीका होगा | आम आदमी पार्टी नये कामो के लिए जानी जाती है ऑनलाइन शिकायत निवारण करने से पार्टी में जवाबदेही और आंतरिक लोकतंत्र मजबूत होगा |
.....................आगे जल्द ही
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