दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में कल और आज ABVP ने हिंसा का जो नंगा नाच दिखाया है उससे एक बार फिर साबित हो गया कि आरएसएस और भाजपा के पास विचारधारा के नाम पर केवल लातधारा है जिसके समर्थक शब्दों के बदले लात-घूँसों का इस्तेमाल करने में ही यकीन रखते हैं। यह कैसी राजनीतिक संस्कृति है जिसमें पत्रकारों, शिक्षकों आदि को पीटकर अस्पताल पहुँचा दिया जाता है?
'भारत माता की जय' बोलते हुए माँ-बहन की गालियाँ देेने वाले लोगों को यह मालूम होना चाहिए कि हम भारत के लोग आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले लोगों से पूछकर यह तय नहीं करेंगे कि किसे किस विषय पर बोलने का अधिकार है।
आज abvp की गुंडा वाहिनी ने दिल्ली पुलिस के ।साथ मिलीभगत कर पत्थर,कांच की बॉटल,लोहे की रॉड से मार पिटाई की है।
ये हिटलरी संस्कृति के अनुयायी कितने ही विरोध की आवाज़ का गला घोंट दे। देशभर का छात्र समुदाय इनकी हरकतों को देख रहा है। और इनकी ज़मीन कब की खिसक गई है।
ये सिर्फ मोदी सत्ता के नशे में मदमस्त हो रहें है। जनता अपनी जनतांत्रिक प्रतिरोध की आवाज को और भी ज्यादा बुलंद करेगी। जनता आने वाले वक्त में जरूर सबक सिखायेगी
'भारत माता की जय' बोलते हुए माँ-बहन की गालियाँ देेने वाले लोगों को यह मालूम होना चाहिए कि हम भारत के लोग आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले लोगों से पूछकर यह तय नहीं करेंगे कि किसे किस विषय पर बोलने का अधिकार है।
आज abvp की गुंडा वाहिनी ने दिल्ली पुलिस के ।साथ मिलीभगत कर पत्थर,कांच की बॉटल,लोहे की रॉड से मार पिटाई की है।
ये हिटलरी संस्कृति के अनुयायी कितने ही विरोध की आवाज़ का गला घोंट दे। देशभर का छात्र समुदाय इनकी हरकतों को देख रहा है। और इनकी ज़मीन कब की खिसक गई है।
ये सिर्फ मोदी सत्ता के नशे में मदमस्त हो रहें है। जनता अपनी जनतांत्रिक प्रतिरोध की आवाज को और भी ज्यादा बुलंद करेगी। जनता आने वाले वक्त में जरूर सबक सिखायेगी
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