Friday, May 5, 2017

Traditional Parties vs AAP : The Political Fight

एक छोटी सी पार्टी है , या फिर कहलो मेरे जैसे उन लोगों का समूह है जो इन ट्रेडिशनल सरकारों और पार्टियों से नाराज है - नाम है ''आम आदमी पार्टी '' | ये मात्र 3 साल पुरानी पार्टी है जोकि आन्दोलन से आई थी | देश में और भी बूढी-बूढी  पार्टियाँ है भाजपा , कांग्रेस लेकिन इतिहास में भी शायद किसी सरकार और पार्टी को इतना परेशान नही किया गया जितना की ''दिल्ली की केजरीवाल सरकार'' और उनकी और हमारी अपनी ''आम आदमी पार्टी'' को किया गया है |

* सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का दफ्तर छीन लेना |
* सीबीआई की रेड मुख्यमंत्री कार्यालय पर |
* प्रधान सचिव को गिरफ्तार करना और CM का नाम लेने को कहना |
* उप मुख्यमंत्री पर केस चलाना |
* 37 से ज्यादा विधायकों को गिरफ्तार करवाना (अधिकांश साबित नही हुए )
* स्वास्थ्य मंत्री पर सीबीआई रेड |
* स्वास्थ्य सचिव पर केस |
* पूर्व उपराज्यपाल द्वारा चुनी हुई पूर्ण बहुमत की सरकार को प्रताड़ित करना |
* जनलोकपाल के  लिए अनुमति न देना |
* ACB पर से अधिकार चीन लेना |
* MCD के कार्यक्षेत्र में खुद ना काम करना और ना विधायक फण्ड से काम होने देना |
* LG के माध्यम से सरकार के फैसले को रुकवाना |
* LG ऑफिस से कागजात लीक करवाना |
* राज्य चुनाव आयोग के माध्यम से परेशान करना |
* फण्ड के मामले में झूठे आरोप लगाना |
* होम मिनिस्ट्री से नोटिस भिजवाना |

 ये सब भाजपा के द्वारा नही तो और किसके द्वारा , और भी बहुत कुछ ,  सच में अरविन्द केजरीवाल पूर्ण बहुमत में भी , काँटों की कुर्सी वाली सरकार चला रहे है | क्योंकि कदम कदम पर समझोता शायद अरविन्द से सिखा ही नही है वरना इस देश में चापलूसी से भी सरकार चल सकती है |


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I Am Raising : संकलन

दिन प्रतिदिन वातावरण में उठने वाले सभी मुद्दों जोकि सामाजिक , राजनीतिक इत्यादी है, का संकलन यहाँ किया गया है |लेखन और सामग्री व्यक्तिगत विचार है |