गंदगी ने खा लिया 60 से ज्यादा बच्चों को
जी हाँ ये व्ही गंदगी है , और ये वहां की गंदगी है , जहाँ 19 साल से सांसद रहने वाला व्यक्ति आज उसी उत्तर प्रदेश पूर्ण राज्य का मुख्यमंत्री है |
ये गंदगी कैसी है जो एक आदमी 19 साल से साफ़ नही कर पाया , या फिर कहे की साफ़ करना ही नही चाहा उसने कभी |
ये गंदगी 60 से ज्यादा बच्चों को काल का ग्रास बना गयी , लेकिन इस गंदगी से निपटने की जिम्मेदारी प्रदेश के मुखिया और गोरखपुर के सांसद साहब की थी |
दरअसल ये गंदगी सिर्फ बच्चो में नही है , केवल उनके आसपास नही है , वास्तव में ये गंदगी उस प्रदेश की वर्तमान सरकार में है , वर्तमान प्रशासन में है, प्रदेश-देश की सोच में है जो चुनाव से पहले लम्बी लम्बी फेंकते थे और आज पूर्व सरकारों को दोषी बता रहे है , जी हाँ बेशक पूर्व सरकार दोषी है लेकिन वर्तमान में 2-4 रोज पूर्व आप BRD अस्पताल का कौनसा गहन निरिक्षण करके आये थे की आपको 66 लाख रकम का मामला नजर नही आया |
ये गंदगी उन मतदाताओ के मतो में है जो शायद इस दल विशेष को गये ही नही थे EVM का नतीजा थे |
ये गंदगी इस देश के प्रधान सेवक के मन के अंदर है कि वो फलां देश के फलां मंत्री के जन्मदिन तक के लिए ट्वीट करता है लेकिन 60 बच्चो के लिए उसका हाथ नही चलता है |
ये गंदगी अंजना ॐ कश्यप में है जो हल्ला बोल में सीधे सवाल नही फेंकती
ये गंदगी अमिश देवगन में है जो घटना आरपार नही करता
ये गंदगी अरनब के मन की भी है जिसे कांग्रेस से फुर्सत नही
ये गंदगी स्वेता सिंह के नजरिये में भी है जिसे 60 बच्चो का कलयुगी वध नही दिखता
ये सुधीर चौधरी के मन में गंदगी है जो DNA में जिम्मेदारी नही बताता
और ये गंदगी हम हजारो-लाखो-करोड़ो में है जो हम ये सब देख कर 2 दिन विलाप करके सो जाते है और दोबारा ऐसे हत्यारों को चुन लेते है |
जी हाँ ये व्ही गंदगी है , और ये वहां की गंदगी है , जहाँ 19 साल से सांसद रहने वाला व्यक्ति आज उसी उत्तर प्रदेश पूर्ण राज्य का मुख्यमंत्री है |
ये गंदगी कैसी है जो एक आदमी 19 साल से साफ़ नही कर पाया , या फिर कहे की साफ़ करना ही नही चाहा उसने कभी |
ये गंदगी 60 से ज्यादा बच्चों को काल का ग्रास बना गयी , लेकिन इस गंदगी से निपटने की जिम्मेदारी प्रदेश के मुखिया और गोरखपुर के सांसद साहब की थी |
दरअसल ये गंदगी सिर्फ बच्चो में नही है , केवल उनके आसपास नही है , वास्तव में ये गंदगी उस प्रदेश की वर्तमान सरकार में है , वर्तमान प्रशासन में है, प्रदेश-देश की सोच में है जो चुनाव से पहले लम्बी लम्बी फेंकते थे और आज पूर्व सरकारों को दोषी बता रहे है , जी हाँ बेशक पूर्व सरकार दोषी है लेकिन वर्तमान में 2-4 रोज पूर्व आप BRD अस्पताल का कौनसा गहन निरिक्षण करके आये थे की आपको 66 लाख रकम का मामला नजर नही आया |
ये गंदगी उन मतदाताओ के मतो में है जो शायद इस दल विशेष को गये ही नही थे EVM का नतीजा थे |
ये गंदगी इस देश के प्रधान सेवक के मन के अंदर है कि वो फलां देश के फलां मंत्री के जन्मदिन तक के लिए ट्वीट करता है लेकिन 60 बच्चो के लिए उसका हाथ नही चलता है |
ये गंदगी अंजना ॐ कश्यप में है जो हल्ला बोल में सीधे सवाल नही फेंकती
ये गंदगी अमिश देवगन में है जो घटना आरपार नही करता
ये गंदगी अरनब के मन की भी है जिसे कांग्रेस से फुर्सत नही
ये गंदगी स्वेता सिंह के नजरिये में भी है जिसे 60 बच्चो का कलयुगी वध नही दिखता
ये सुधीर चौधरी के मन में गंदगी है जो DNA में जिम्मेदारी नही बताता
और ये गंदगी हम हजारो-लाखो-करोड़ो में है जो हम ये सब देख कर 2 दिन विलाप करके सो जाते है और दोबारा ऐसे हत्यारों को चुन लेते है |
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